वीर्य संरक्षण और घंटों सेक्स में सक्षम बनने की योग विद्या
संभोग में दीर्घकालिक क्षमता प्राप्त करना एक प्राचीन योग विद्या का हिस्सा है, जिसमें वीर्य नियंत्रण और मानसिक-सामरिक ऊर्जा का सही उपयोग करना सिखाया जाता है। भारतीय योग और तंत्र परंपरा में इसे 'ब्रह्मचर्य साधना' और 'कुलंदिनी जागरण' से जोड़ा जाता है। इस विद्या के अभ्यास से व्यक्ति न केवल अपनी यौन शक्ति को बढ़ा सकता है, बल्कि अपने संपूर्ण स्वास्थ्य और मानसिक संतुलन को भी सुधार सकता है।
वीर्य नियंत्रण क्यों आवश्यक है?
- शारीरिक शक्ति बनाए रखना – बार-बार स्खलन से शरीर की ऊर्जा कमजोर होती है, जबकि नियंत्रण से यह ऊर्जा संचित रहती है।
- मानसिक स्पष्टता – वीर्य संरक्षण से मस्तिष्क तेज़ होता है और स्मरण शक्ति बेहतर होती है।
- दीर्घकालिक संभोग – अगर पुरुष स्खलन को नियंत्रित कर ले तो वह अधिक समय तक यौन क्रिया में संलग्न रह सकता है।
- आत्मविश्वास और आध्यात्मिक उन्नति – योग में इसे आत्म-नियंत्रण का उच्चतम स्तर माना जाता है, जिससे मन और शरीर दोनों सशक्त होते हैं।
घंटों तक संभोग में सक्षम बनने की योग क्रियाएँ
1. मूलबंध अभ्यास
- यह योगासन गुदा और जननेंद्रिय की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
- इसे करने के लिए, धीरे-धीरे पेल्विक क्षेत्र को संकुचित करें और फिर छोड़ें।
- इस अभ्यास से वीर्य जल्दी गिरने की समस्या से राहत मिलती है।
2. अश्विनी मुद्रा
- यह क्रिया घोड़े की तरह बार-बार गुदा संकोचन और विस्तार करने की प्रक्रिया पर आधारित है।
- इसे करने से संभोग के दौरान स्खलन को रोका जा सकता है।
3. उज्जायी प्राणायाम
- इस श्वास अभ्यास से मानसिक संतुलन बना रहता है और उत्तेजना को नियंत्रित किया जा सकता है।
- लंबी और गहरी सांस लें, गले को हल्का संकुचित करते हुए हवा छोड़ें।
4. कूलिंग ब्रीदिंग टेक्निक (शीतली प्राणायाम)
- यह गर्मी और उत्तेजना को शांत करने में मदद करता है।
- मुंह से गहरी सांस लें और नाक से धीरे-धीरे छोड़ें।
5. मंत्र जाप और ध्यान
- 'ओम' या ‘सोहं’ मंत्र के जाप से यौन ऊर्जा को नियंत्रित किया जा सकता है।
- इससे मन शांत रहता है और अनावश्यक उत्तेजना से बचाव होता है।
संभोग में दीर्घकालिक शक्ति बनाए रखने के आयुर्वेदिक उपाय
- शिलाजीत, अश्वगंधा और सफेद मूसली का सेवन करने से यौन शक्ति बढ़ती है।
- गाय का दूध, घी और बादाम वीर्य को गाढ़ा और शक्तिशाली बनाते हैं।
- अत्यधिक मसालेदार और तली-भुनी चीज़ों से बचें, यह वीर्य को पतला कर सकती हैं।
निष्कर्ष
अगर व्यक्ति वीर्य को नियंत्रित करने की योग कला सीख जाए तो वह घंटों तक संभोग करने में सक्षम हो सकता है। योग, प्राणायाम, मंत्र जाप और सही खान-पान से यह साधना संभव है। संयम और अभ्यास से यह विद्या धीरे-धीरे सिद्ध होती है और व्यक्ति अपने यौन जीवन में अपार ऊर्जा और संतोष का अनुभव करता है।
"ब्रह्मचर्य केवल संन्यास नहीं, बल्कि ऊर्जा का सही उपयोग |
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